दोस्तों तान्वी द ग्रेट 18 जुलाई 2025 को रिलीज़ हुई थीं Tanvi The Great Box Office Collection अनुपम खेर की दूसरी निर्देशित फिल्म बॉक्स ऑफिस पर क्यों हो रही है फ्लॉप? दर्शकों और ट्रेड एनालिस्ट्स दोनों को इस फिल्म से काफी उम्मीदें थीं। लेकिन, इस फिल्म के अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर ने 23 साल बाद निर्देशन में अपनी वापसी की थी। , 2002 में आई उनकी पहली निर्देशन फिल्म ओम जय जगदीश जो बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई थी। लेकिन अफसोस, तान्वी द ग्रेट भी उसी राह पर चल रही है और इसे अब तक का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन देखकर फ्लॉप कहना गलत नहीं होगा।

Table of Contents
Tanvi The Great Box Office Collection :
फिल्म की ओपनिंग डे बहुत ही ठंडा। जहाँ सैयारा जैसी बड़ी यंग स्टारकास्ट वाली फिल्म के साथ इसे रिलीज़ किया गया, वहीं तान्वी द ग्रेट की प्री-रिलीज़ चर्चा बहुत ही कम रही। पहले दिन फिल्म ने सिर्फ 40 लाख रुपये का कलेक्शन किया, जो कि एक एक्सपीरियंस अभिनेता और निर्देशक की फिल्म के लिए छोटी शुरुआत कही जा सकती है।
पहले वीकेंड ठीक ठाक :
फिल्म को शनिवार और रविवार को थोड़ी राहत की सास जरूर मिली, जब दर्शकों की संख्या में कुछ बढ़ोतरी देखने को मिला। दूसरे दिन 55 लाख, और तीसरे दिन 65 लाख की कमाई करके फिल्म ने वीकेंड में कुल मिलाकर 1.6 करोड़ के करीब कलेक्शन किया। हालाँकि, यह ग्रोथ भी कम ही हे।
तान्वी द ग्रेट – 9 दिन की बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
दिन कमाई (नेट ₹)
दिन 1 ₹40 लाख
दिन 2 ₹55 लाख
दिन 3 ₹65 लाख
दिन 4 ₹12 लाख
दिन 5 ₹11 लाख
दिन 6 ₹8 लाख
दिन 7 ₹6 लाख
दिन 8 ₹2 लाख
दिन 9 ₹4 लाख
कुल ₹2.03 करोड़
वीकडेज में हालत और बिगड़ी :
सोमवार से लेकर शुक्रवार तक की वीकडेज में फिल्म का ग्राफ तेजी से नीचे गया। चौथे दिन से लेकर नौवें दिन तक के कलेक्शन इस प्रकार रहे:
Tanvi The Great Box Office Collection All
दिन 4 (सोमवार): 12 लाख
दिन 5 (मंगलवार): 11 लाख
दिन 6 (बुधवार): 8 लाख
दिन 7 (गुरुवार): 6 लाख
दिन 8 (दूसरा शुक्रवार): 2 लाख

दिन 9 (दूसरा शनिवार): 4 लाख
इस तरह, फिल्म ने अब तक कुल 2.03 करोड़ नेट इंडिया कलेक्शन और 2.39 करोड़ ग्रॉस इंडिया कलेक्शन किया है।
रिव्यु और माउथ पब्लिसिटी
फिल्म को लेकर जो रिव्यू आए वो मिलेजुले रहे। किसी ने इसकी इमोशनल स्टोरी को सराहा तो किसी ने कहा कि यार, इसकी रफ्तार तो बहुत स्लो है और ट्रीटमेंट भी कुछ पुराना सा लग रहा था। ऊपर से सोशल मीडिया पर भी लोगों ने खास कुछ तारीफ नहीं की। ना ट्विटर पर इसकी वाह वाही, ना ही रील्स में कोई चर्चा। ऐसे में माउथ पब्लिसिटी से भी फिल्म को फायदा नहीं मिल पाया।
सैयारा से टक्कर और टेंशन :
अब देखो ना, दोस्तो तान्वी द ग्रेट जैसे ही रिलीज़ हुई वैसे ही सैयारा ने धूम मचा दी। अहान पांडे और अनीत पड्ढा की फ्रेश जोड़ी, जबरदस्त म्युझिक और यंग फील के चलते पूरा शो चुरा ले गई। सिंगल स्क्रीन से लेकर मल्टीप्लेक्स तक सैयारा ही छाई रही। और अब तो सन ऑफ सरदार 2 भी 1 अगस्त को आ रहा है। मतलब तान्वी द ग्रेट को जो थोड़े बहुत स्क्रीन बचे थे, वो भी अब खिसकने वाले हैं।
Film ki cast our rating ke liye (IMDB) par click kare

अनुपम खेर की पिछली फिल्म से कंपैरिजन :
2002 में अनुपम खेर ने ओम जय जगदीश डायरेक्ट की थी। उस फिल्म का बजट था 13 करोड़ और कमाई हुई थी बस 6.15 करोड़। अब तान्वी द ग्रेट को उस लेवल तक जाने के लिए 203% की उछाल चाहिए – जो इस हालत में तो सपना ही लग रहा है बॉस Tanvi The Great Box Office Collection कितना करेगी ये देखने लायक होगा
Read More :
फिल्म ने नहीं किया प्रमोशन
प्रमोशन नाम की चीज़ ही नहीं थी:
बस दो-चार इंटरव्यू और इंस्टाग्राम पोस्ट डालने से आजकल फिल्म नहीं चलती। न कोई कॉन्टेस्ट, न यूट्यूब पार्टनरशिप – सीधे थिएटर में ला दी।
कहानी पुरानी सी लगी:
इमोशनल ड्रामा है ठीक है, लेकिन आज की ऑडियंस को कुछ नया, हटके चाहिए। यहाँ तो स्क्रिप्ट ही 90s वाली फील दे रही थी। इस लिए शायद फिल्म को दर्शक नहीं मिल रही
बहुत कम स्क्रीन मिले:
छोटे शहरों में तो फिल्म आई ही नहीं ढंग से। और बड़े शहरों में सैयारा और हॉलीवुड ने पहले ही कब्जा कर रखा था।
स्टार पावर की कमी:
अनुपम खेर सर बेशक दिग्गज अभिनेता हैं, लेकिन यंग जनरेशन के लिए फिल्म में ऐसा कोई चेहरा नहीं था जिससे वो कनेक्ट कर पाएं। आगे क्या होगा?
अब जब सेकंड वीकेंड में भी फिल्म कुछ खास नहीं कर पाई है, तो आगे चलकर ग्राफ और भी गिरेगा। हालात ऐसे हैं कि फिल्म शायद 2.5 करोड़ भी ना कमा पाए। और ये सिर्फ बॉक्स ऑफिस का नुकसान नहीं, बल्कि अनुपम खेर की डायरेक्शन वापसी पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर देता है कि क्या उन्हें फिर से अपने अंदाज़ को थोड़ा मॉडर्न बनाना पड़ेगा? शायद यही कारण है फिल्म को सीटे ना मिलने की
Conclusion :
तान्वी द ग्रेट एक ऐसी फिल्म निकली जिसमें दिल था, इरादा था, लेकिन ज़माने से मेल नहीं खा पाया। आज के दौर में फिल्म को चलाने के लिए सिर्फ एक्टिंग या इमोशन नहीं, बल्कि मार्केटिंग का दम, यूथ से जुड़ी स्क्रिप्ट और ट्रेंड के हिसाब से प्रेजेंटेशन चाहिए भाई।
अगर अनुपम खेर अगली बार फिर डायरेक्शन में आते हैं, तो उन्हें ज़रूर ये सोचना होगा कि आज की जेनरेशन क्या देखना चाहती है। वरना, फिर ऐसा रिस्क लेना बहुत भारी पड़ सकता है